(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार, 12 सितम्बर 2025।माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन एवं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के मार्गदर्शन में जनपद के सभी उप जिलाधिकारियों, संयुक्त मजिस्ट्रेटों एवं तहसीलदारों ने देर रात स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया।
उद्देश्य था मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना तथा व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कमी को दूर करना।
संयुक्त मजिस्ट्रेट रुड़की दीपक सेठ ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मंगलौर का निरीक्षण किया। उन्होंने मातृ एवं शिशु केंद्र, आपातकालीन सेवा, फार्मा स्टॉक, प्रसव कक्ष एवं दवा वितरण केंद्र की स्थिति देखी।
निरीक्षण में पाया गया कि दंत चिकित्सक की उपस्थिति पंजिका पर दो दिन पूर्व हस्ताक्षर किए गए थे। उन्होंने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने की आवश्यकता बताई। अन्य सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक रहीं।
उप जिलाधिकारी हरिद्वार जितेंद्र कुमार ने बहादराबाद स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया।
यहां मात्र एक नर्सिंग अधिकारी और एक सफाई कर्मचारी मौजूद पाए गए। शेष स्टाफ और डॉक्टर अनुपस्थित थे। अस्पताल की साफ-सफाई संतोषजनक नहीं पाई गई, साथ ही एकमात्र एंबुलेंस भी खराब अवस्था में मिली। निरीक्षण के समय तीन मरीज भर्ती थे, जो सभी प्रसव से संबंधित केस थे।
भगवानपुर के उप जिलाधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी ने निरीक्षण के दौरान स्वच्छता पर विशेष जोर दिया।
उन्होंने मरीजों और तामीरदारों के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
नगर मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने मेला अस्पताल का निरीक्षण कर डॉक्टरों व कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी मरीज को स्वास्थ्य सुविधा देने में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यहां सभी सेवाएं सुचारू पाई गईं।
तहसीलदार लक्सर प्रताप सिंह चौहान ने लक्सर स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने भर्ती मरीजों व तामीरदारों से बातचीत कर उनकी राय जानी।
सभी ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाएं समय पर और संतोषजनक रूप से उपलब्ध हो रही हैं।
कुल मिलाकर, औचक निरीक्षणों में कई जगह व्यवस्थाएं सही पाई गईं, जबकि कुछ स्थानों पर खामियां उजागर हुईं।
अधिकारियों ने साफ-सफाई, स्टाफ की उपस्थिति और मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।




































