(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार। स्वतंत्रता दिवस का पर्व न केवल भारत की आज़ादी की याद दिलाता है, बल्कि यह दिन देशवासियों को एकजुट होकर राष्ट्रीय भावना को संजोने का अवसर भी प्रदान करता है। इस बार हरिद्वार के अटल वाटिका, अटल चौक पर युवा कांग्रेस ने इस ऐतिहासिक दिन को खास अंदाज में मनाकर अपनी देशभक्ति और संगठन की ताकत का परिचय दिया।
कार्यक्रम में सुबह से ही माहौल देशभक्ति के रंग में रंग चुका था। हर तरफ तिरंगे झंडे लहरा रहे थे, देशभक्ति गीतों की गूंज पूरे क्षेत्र में फैल रही थी और लोगों के चेहरों पर उत्साह साफ झलक रहा था।
युवा कांग्रेस के सदस्यों ने इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और हजारों की संख्या में लोगों की मौजूदगी ने इसे भव्य स्वरूप दे दिया।
झंडारोहण और देशभक्ति के नारे
इस मौके पर झंडा फहराने की जिम्मेदारी वरिष्ठ कांग्रेस नेता और श्रमिक नेता राजवीर चौहान ने निभाई। जैसे ही तिरंगा फहरा, लोगों ने जोरदार आवाज में “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारे लगाए।राजवीर चौहान ने अपने संबोधन में युवाओं को देश की प्रगति में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया और कहा कि स्वतंत्रता दिवस सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि यह दिन हमें अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की याद दिलाता है।
उन्होंने कहा,
> “हमारे पूर्वजों ने अपने बलिदान और संघर्ष से हमें यह आज़ादी दिलाई है। अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस स्वतंत्रता की रक्षा करें और एक मजबूत, समृद्ध भारत के निर्माण में योगदान दें।”
प्रमुख लोगों की मौजूदगी
इस कार्यक्रम में कई वरिष्ठ और प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं, जिनमें रविराज चौहान, ताजियांन, राकेश चौहान, दुर्गेश शर्मा, मोहन राणा, बलराज चौधरी, संजय कुमार (पूर्व पार्षद), नीरज गुप्ता, पुष्पेंद्र, मृत्युंजय पांडे शामिल थे।इसके अलावा विपिन चौहान, सतीश चौहान, सत्य प्रकाश दुबे, प्रकाश शर्मा, अमित यादव, सतबीर पाल, राकेश पाल, विपिन पाल, राकेश पांडे, दक्षेस, प्रवीन पांडे, विष्णु यादव, कपिल चौहान और कई अन्य कार्यकर्ता व गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और जोश से भरे युवा
युवा कांग्रेस ने केवल झंडारोहण तक ही कार्यक्रम सीमित नहीं रखा, बल्कि लोगों में देशभक्ति की भावना जागृत करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया। देशभक्ति गीत, कविताएं, नृत्य और भाषणों ने माहौल को और भी ऊर्जावान बना दिया।युवाओं ने हाथों में तिरंगा लिए मार्च किया, ‘जय हिंद’ और ‘इंकलाब जिंदाबाद’ जैसे नारे लगाए। कई बच्चों ने स्वतंत्रता सेनानियों के परिधान पहनकर मंच पर प्रस्तुतियां दीं, जिससे लोगों की आंखें नम हो गईं।
आम जनता की बड़ी भागीदारी
इस आयोजन की सबसे खास बात रही आम लोगों की भारी भागीदारी। हजारों की संख्या में लोग इस कार्यक्रम में पहुंचे, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल थे। यह दर्शाता है कि आज भी स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति का जज़्बा लोगों के दिलों में उतना ही प्रबल है जितना आज़ादी के समय था।
लोगों ने कहा कि ऐसे आयोजनों से युवा पीढ़ी को स्वतंत्रता संग्राम और देश के लिए किए गए बलिदानों के बारे में जानने का मौका मिलता है।
स्वतंत्रता दिवस का महत्व
स्वतंत्रता दिवस भारत के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। 15 अगस्त 1947 को भारत ने ब्रिटिश शासन से आज़ादी पाई थी। यह दिन हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग, बलिदान और संघर्ष की याद दिलाता है। महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, सरदार वल्लभभाई पटेल और countless स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें आज़ाद भारत का सपना साकार किया।
यह दिन न केवल आज़ादी का उत्सव है, बल्कि यह हमारी राष्ट्रीय एकता, भाईचारा और विविधता में एकता का प्रतीक है। इस अवसर पर पूरे देश में सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान, स्कूल, कॉलेज, राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन झंडारोहण, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

युवा कांग्रेस ने अपने इस आयोजन के जरिए यह संदेश दिया कि वे केवल राजनीतिक गतिविधियों तक सीमित नहीं, बल्कि समाज और देशहित के मुद्दों में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
देशभक्ति की प्रेरणा
अटल वाटिका में हुए इस कार्यक्रम ने वहां मौजूद हर व्यक्ति को देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास दिलाया। लोगों ने तिरंगे के सामने न केवल देशभक्ति के नारे लगाए, बल्कि यह संकल्प भी लिया कि वे हर हाल में अपने देश की रक्षा करेंगे और इसे आगे बढ़ाने में योगदान देंगे।
निष्कर्ष
अटल चौक स्थित अटल वाटिका में युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह अपने आप में अद्वितीय और प्रेरणादायक रहा। वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी, युवाओं का जोश, आम जनता की भारी भागीदारी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने इस आयोजन को यादगार बना दिया।
यह कार्यक्रम न केवल स्वतंत्रता दिवस का उत्सव था, बल्कि यह इस बात का प्रमाण भी था कि देशभक्ति केवल शब्दों तक सीमित नहीं, बल्कि इसे कर्म में भी उतारना जरूरी है। युवा कांग्रेस ने यह संदेश साफ कर दिया कि वे राष्ट्र निर्माण की राह में अग्रसर हैं और तिरंगे की शान हमेशा बरकरार रखेंगे।
