(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार जिले के पथरी थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक नाबालिग किशोरी के साथ तीन युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। घटना शनिवार की है, जब गांव का ही एक युवक किशोरी को बहला-फुसलाकर अपनी बाइक पर बैठाकर गांव के निकट खेतों में बनी एक गोशाला में ले गया। वहां पहले से उसके दो अन्य साथी मौजूद थे।
आरोपियों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान कुछ अन्य युवकों को संदेह हुआ और वे गोशाला की ओर दौड़े।
मुख्य द्वार अंदर से बंद पाकर उन्होंने शोर मचाया। घबराहट में तीनों आरोपियों ने किशोरी को गोशाला की छत पर ले जाकर पीछे गन्ने के खेत में फेंक दिया। इस वजह से किशोरी को गंभीर चोटें आईं, जिनमें सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गहरे घाव शामिल हैं।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल किशोरी को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने प्रारंभिक उपचार शुरू किया और मेडिकल परीक्षण की प्रक्रिया भी आरंभ की गई है,
जो दुष्कर्म के प्रयास की पुष्टि करेगी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य आरोपी के भाई को हिरासत में लिया है, जो पूछताछ में महत्वपूर्ण सुराग दे सकता है। हालांकि, तीनों मुख्य आरोपी अभी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है। विभिन्न स्थानों पर टीमें भेजी गई हैं, साथ ही सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन की जांच की जा रही है।
इस घटना से पूरे गांव में आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण पुलिस चौकी पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी तथा कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने पुलिस पर दबाव बनाया कि मामले को हल्के में न लिया जाए और पीड़िता को न्याय मिले।
पथरी थाना अध्यक्ष मनोज नौटियाल ने मीडिया को बताया कि किशोरी के परिजनों से तहरीर प्राप्त होते ही दुष्कर्म, अपहरण और अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
अभी तक तहरीर नहीं मिली है, लेकिन पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आरोपियों को जल्द
पकड़ा जाएगा और कानून के अनुसार सजा दिलाई जाएगी।यह घटना महिलाओं और नाबालिगों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी वारदातें बढ़ रही हैं,
जिसके लिए समाज और प्रशासन दोनों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि कोई भी संदिग्ध गतिविधि देखें तो तुरंत सूचित करें।
किशोरी की हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन मनोवैज्ञानिक प्रभाव लंबे समय तक रह सकता है। परिवार को काउंसलिंग की सलाह दी गई है। इस मामले की जांच से उम्मीद है कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी और ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगेगा।
